सफेद जादू क्या है

क्या आप जानते हैं सफेद जादू क्या है। जादू एक ऐसा शब्द है जो ऐसे कार्यों या घटनाओं का वर्णन करता है जिन्हें सामान्य प्राकृतिक नियमों से समझा नहीं जा सकता और इसी जादू का एक रूप सफ़ेद जादू भी होता है।

सफेद जादू क्या है

सफेद जादू क्या है| Safed jadu kya hai

सफेद जादू उस जादुई प्रथा को कहा जाता है जिसका उपयोग दूसरों की मदद करने, सकारात्मक बदलाव लाने, उपचार करने या सुरक्षा प्रदान करने जैसे निःस्वार्थ और लाभकारी उद्देश्यों के लिए किया जाता है। सफेद जादू  पारंपरिक रूप से निस्वार्थ और समाज की भलाई के लिए किया जाता है

सफेद जादू (White Magic) को आमतौर पर “अच्छे उद्देश्य” वाले जादू या “तंत्र-मंत्र” को दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

कई स्थानों पर इस तरह के कार्य करने वाले लोगों को सफेद चुड़ैल या जादूगर जैसे शीर्षक दिए गए हैं। सफ़ेद जादू को भगवान् और भलाई आदि से जुड़ा माना जाता है।

सफेद जादू में विश्वास करने वाले लोग मानते हैं कि यह ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं या अलौकिक शक्तियों का उपयोग करके अच्छे परिणाम प्राप्त करने का एक तरीका है।

यदि पुरानी दन्त कथाओं पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि सफेद जादू का अभ्यास उपचार, आशीर्वाद, मंत्र, प्रार्थना और गीतों के माध्यम से किया जाता था। 

सफेद जादू को लेकर अलग-अलग संस्कृतियों और मान्यताओं में विविध दृष्टिकोण हैं। कुछ इसे आध्यात्मिक विकास का एक मार्ग मानते हैं, जबकि अन्य इसे केवल अंधविश्वास या भ्रम मानते हैं।

जबकि कुछ धार्मिक दृष्टिकोणों में, किसी भी प्रकार के जादू को स्वीकार नहीं किया जाता है।

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सफेद जादू की विशेषताएँ

सफेद जादू की विशेषताएँ इसे सकारात्मक, नैतिक और कल्याणकारी जादू के रूप में परिभाषित करती हैं। यह लोगों के भले के लिए किया जाता है और इसका उद्देश्य किसी को हानि पहुँचाना नहीं होता।

सकारात्मक उद्देश्य

अन्याय से रक्षा

नैतिकता पर आधारित

प्राकृतिक शक्तियों का प्रयोग

कर्म में विश्वास

मंत्र और प्रार्थनाओं का प्रयोग

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सकारात्मक उद्देश्य: सफेद जादू का प्राथमिक उद्देश्य भलाई और सकारात्मकता फैलाना है। इसमें लोगों को शारीरिक या भावनात्मक रूप से ठीक करना, सौभाग्य लाना, समृद्धि बढ़ाना, या नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाव करना शामिल हो सकता है।

अन्याय से रक्षा: सफ़ेद जादू का इस्तेमाल लोगों के साथ हो रहे अन्याय और उन पर हो रहे अत्याचारों से उनकी रक्षा के लिए किया जाता है। कुछ लोग सफेद जादू का उपयोग बुरी शक्तियों से बचाव के लिए भी करते हैं।

नैतिकता पर आधारित: सफ़ेद जादू करने वाले लोग नैतिक सिद्धांतों का भी पालन करते हैं। सफेद जादू करने वाले इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि उनके द्वारा किया गया कार्य किसी को भी हानि न पहुंचाए। सफ़ेद जादू करने वाला सहानुभूति, करुणा और परोपकार की भावना से जुड़ा होता है।

प्राकृतिक शक्तियों का प्रयोग: इस जादू में धरती, जल, अग्नि, वायु, और आकाश जैसे पंचतत्वों, जड़ी-बूटियों, क्रिस्टलों के साथ ही और चंद्र ऊर्जा और सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाता है। कई बार पूर्णिमा, अमावस्या, विशेष तिथियों का ध्यान रखा जाता है।

कर्म में विश्वास: सफेद जादू के अभ्यासक मानते हैं कि जो भी कार्य हम करते हैं, चाहे हम किसी का भला करें या बुरा करें। उसका परिणाम हमें वापस मिलता है, उसका फल हमें जरूर मिलता है। इसीलिए वे लोग ऐसा कोई भी काम नहीं करते जिससे किसी को भी नुक्सान पहुंचे।

मंत्र और प्रार्थनाओं का प्रयोग: इस जादू में शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा वाले मंत्रों, प्रार्थनाओं और ध्यान विधियों का प्रयोग किया जाता है। यह धार्मिक या आध्यात्मिक रूप से भी जुड़ा हो सकता है।

(Disclaimer: The material on hindumystery website provides information about Hinduism, its traditions and customs. It is for general knowledge and educational purposes only.)

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