सभी ने अपने जीवन में कभी न कभी यह सुना होगा कि उनके किसी जानकारी वाले या मोहल्ले – पड़ोस के किसी व्यक्ति पर किसी ने जादू टोना कर दिया और उसकी सही से चलने वाली जिंदगी अनेकों परेशानियां आ गयीं उसकी निजी जिंदगी या फिर उसका अच्छा खासा चलने वाला व्यापर लगभग बर्बादी की कगार पर पहुँच गया।

हमें नहीं पता होता की कब हमसे दुश्मनी रखने वाला या हमारी कामयाबी से चिढ़ने वाला हम पर कोई जादू टोना करवा देगा। इसीलिए जादू टोने से बचने के लिए क्या करें ये उपाय हमें पता होने चाहिए। हम किसी को जादू टोना करने से रोक नहीं सकते। लेकिन हम जादू टोने से बचने के उपाय कर सकते हैं। आज इस लेख में हम आपको बताएँगे कि जादू टोने से बचने के लिए क्या करें।
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जादू टोने से बचने के लिए क्या करें
आज हम आपको बताएँगे कि jadu tone se bachne ke liye kya karen हम आपको कुछ ऐसे उपाए बता रहे हैं जिनका प्रयोग करके आप जादू टोने से बचे रह सकते हैं। ये उपाय आपके लिए कुछ ऐसे ही काम करेंगे जिस तरह आप भविष्य में होने वाली बिमारियों के लिए वैक्सीन लेते हैं और उन बिमारियों से बचे रहते हैं। उसी प्रकार ये उपाय आपको जादू टोने से बचाएंगे।
1- यदि आप रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आप इस प्रकार की नकरात्मक उर्जाओं से बचे रह सकता है। अगर हम एक सही रुद्राक्ष का चुनाव करते हैं और उसे सही तरीके से धारण करते हैं तो रुद्राक्ष हुमारे चारों तरफ हमारी खुद की ऊर्जा का एक आवरण ( कवच ) तैयार कर देता है। जो बाहरी ऊर्जाओं से हमें बचाएं रखता है और ये आवरण हर वक़्त हमारे साथ बना रहता है।
एक सामान्य गृहस्त जीवन जीने वाले और समाज में रहने व्यक्ति के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष ही सबसे बहतर है। लेकिन रुद्राक्ष हमेशा किसी भरोसेमंद स्थान से ही लें क्यूंकि आजकल बाजार में आर्टिफिशियल रुद्राक्ष भी बिक रहे हैं और ये रुद्राक्ष हाथ या गले में पहनी जाने वाली दूसरी चीज़ों से ज्यादा कुछ नहीं होते।
2 – आप बाजार से 11 बड़ी कीलें ले आएं। शनिवार के दिन हवन सामग्री और अन्य सामान लाकर घर में हवन की व्यवस्था करें। इसके बाद हवन करते समय उन 11 कीलों को हवन में डाल दें। अब हवन में आहुति डालते समय बोलें ॐ विष्णवे नमः स्वाह आपको ऐसी 108 आहुति देनी है। हवन पूरा करने के बाद कीलों को हवन कुंड से निकाल लें और कीलों को ठंडा होने दें। कीलों को अपने आप ही ठंडा होने दें। उन्हें ठंडा करने के लिए किसी चीज का प्रयोग न करें।
ठंडी होने के बाद इन कीलों को घर के मुख्य द्वार के चारों और बाहर की तरफ से ठोक दें। इस उपाय को करने से कोई भी नकारात्मक ऊर्जा ( नेगिटिव एनर्जी ) आपके घर में प्रवेश नहीं कर पायेगी। आपके घर में भूत – प्रेत का भय ख़त्म हो जायेगा।
Note – यह उपाय शनिवार के दिन किया जाता है लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि शनिवार के दिन कभी भी लोहे की कीलें न खरीदें। क्यूंकि शनिवार के दिन लोहा खरीदना वर्जित होता है। आप हवन से एक दिन पहले ही कीलों की व्यवस्था कर लीजिये।
3 – यदि आप जादू टोने से बचे रहना चाहते हैं तो आपको अपने इष्ट ( जिन भगवान में आपका विश्वास आपकी श्रद्धा है ) के नाम का सुमिरन करना अपनी दिनचर्या बना लेनी चाहिए और अपने घर में रोज़ सुबह शाम के समय अपने इष्ट की पूजा करके दीप जलना शुरू कर दीजिये।
यहाँ एक बात का ध्यान रखिये कि जो भीआपके इष्ट हैं उनकी आराधना करने के लिए और उनके भक्तों को अपने जीवन में पालन करने के लिए कुछ नियम होते हैं। आपको उन नियमों का पालन करना ही होगा। क्यूंकि हिन्दू शास्त्रों में आराध्य देव के लिए कुछ नियम बताये गए हैं और इन नियमों का पालन उनकी पूजा करते समय करना होता है और कुछ नियम ऐसे होते हैं जिनका पालन उनके भक्त को अपने जीवन में करना होता है। यदि आप ऐसा पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करते हैं तो आपके इष्ट आप पर सदैव अपनी कृपा बनाये रखेंगे और आपकी हर प्रकार की नकारात्मक शक्तियों और जादू टोने से रक्षा करेंगे।
4 – आजकल समाज में खासतौर से युवा पीढ़ी में एक फैशन चल रहा है जिसमे वे अपने अंगूठे में धातु की अंगूठी पहन लेते हैं। एक बात जान लीजिये कि अगर आप अपने अंगूठे में धातु की अंगूठी डालते हैं तो ये बात तय है कि अपनी ओर कुछ नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित कर रहे हैं।
5 – यदि आप अपने घर में किसी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा महसूस कर रहे हैं या फिर आपको लग रहा है किसी ने घर में कुछ करा दिया है तो आप मंगलवार के दिन किसी ब्राह्मण, पुरोहित से हनुमान जी के पंचमुखी रूप वाले छोटे से विग्रह ( मूर्ति ) या चित्र का पूजन करवा कर उनके चरणों में सिंदूर लगाने के बाद पान के पत्ते में शहद लगाकर उस पर हनुमान जी के विग्रह या चित्र को स्थापित कर के मुख्य द्वार पर टांग दें। यह आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा या किये – कराये की समस्या को ठीक करेगा।
6 – आपमें मानसिक और भावनात्मक अस्थिरता इन शक्तियों को आप पर हावी होने देती है। मानसिक और भावनात्मक अस्थिरता का मतलब यह है कि आपके जीवन में होने वाली छोटी – छोटी घटनाएं भी बड़ी ही आसानी से आपको प्रसन्न क्रोधित या डरा देती हैं। ध्यान साधना आपको इससे बचने में सहायता कर सकती है। क्यूंकि ध्यान आपकी मानसिक और भावनात्मक अस्थिरता को दूर करने में सहायक होगा।
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क्या जादू टोना आज भी होता है
समाज का एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है जो ये सोचता है की जादू टोना पुराने ज़माने की बातें हैं ये चीजें उस समय हुआ करती थीं जब लोग अनपढ़ थे अशिक्षित थे।
ऐसे में एक प्रश्न उठना लाज़मी है, क्या जादू टोना आज भी होता है। हाँ, जादू टोना आज के समय में भी होता है। जादू टोना समाज के अनपढ़ अशिक्षित होने से नहीं जुड़ा है। यह ऊर्जाओं का एक विज्ञानं है जिसमें ऊर्जाओं को अपने हिसाब से परिवर्तित करके इस्तेमाल किया जाता है। अब इन्हीं ऊर्जाओं का इस्तेमाल जब किसी का बुरा करने के लिए किया जाता है तो उसे हम काला जादू, टोना-टोटका, किया-कराया इन्हीं नामों से बुलाते हैं
जादू टोना का वर्णन किस वेद में है
जादू टोना किस वेद में है – हिन्दू धर्म के चार वेदों में से एक अथर्वेद इसी विषय पर समर्पित है। इस वेद में बताया गया है की ऊर्जाओं को किस प्रकार अपने हिसाब से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी ज्ञान का इस्तेमाल काला जादू, टोना-टोटका में करके लोगों को नुकसान पहुँचाया जाता है।
लेकिन इन गलत कार्यों के लिए आप अथर्वेद को जम्मेदार नहीं ठहरा सकते। यह बिलकुल ऐसा ही है जैसे कि Ak 47 राइफल आपकी सुरक्षा करेगी या आपको चोट पहुंचाएगी ये इस बात से तय होगा कि वो राइफल एक फौजी के हाथ में होगी या फिर एक आतंकवादी के हाथों में होगी।
बिलकुल इसी तरह अथर्वेद ऊर्जाओं के प्रयोग पर समर्पित एक ज्ञान का भण्डार है अब इस ज्ञान का कोई कैसे इस्तेमाल करता है इसके लिए हम अथर्वेद को दोषी नहीं ठहरा सकते।
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